****ए! ज़िंदगी यूह ना उदास कर ***
अहसान लगती है ये ज़िंदगी
ए! ज़िंदगी यूह ना उदास कर
मौत भी आती नहीं
ए! ज़िंदगी यूह ना रुला
गुठ गुठ के जी रहे है हम
ए! ज़िंदगी यूह ना सता
हँसी के दो पल फ़ितरत से मिलता है
ग़म के साय मैं
हम ओझल से हो गाये
क्या करू आब उमीड़
जब हार भी ना रही
मंज़िल खो चुकी हूँ मैं
आब तो जीने की
प्यास भी ना रही
तोड़ दिया एक फूक मे
वो सपनो का
आशियाना मेरा
क्या करूँ शिखवा अब
मैने चाँद तो रीते देखा है..................
***Jee le yah Zindgi***
बदला तेरे सितम का तुझसे क्या ले
तेरे साथ गुम के दो घूट हम भी ले ले
दर्द सीने मे होता है साखी
इस दर्द के दवा तू हमसे ले ले
देख दूर उस किनारे के ओर
आपना रुख़ तू कर उजाले के ओर
बेवफा मिले तो भी तू वफ़ा करले
जी ले यह जिंदगी मौत का रुख़ न ले
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***Rahesmay zindgi aur yeh chanchal maan***
रहस्मय ज़िंदगी और यह चंचल मंन
ना जाने क्या चाहा है मुझसे यह जीवन
कसौटी है कोई या रूठी मुझसे है किस्मत
भागते लम्हो में खुद को नही खुद के लिए फ़ुर्सत
मिले जो कोई अजनबी सुनी रहो में कभी कभार
पल दो पल के आए हलचल, कातिल करने आये बाहर
आके ज़िंदगी में चला जाए हर एक अजनबी
सुकून इस दिल को आके भी आए न कभी
बती हूँ रही मैं परोसे आपना दिल
उचे है ख्वाहिश एक दिन पानी है मंज़िल
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***सूरज ने दी सीख***
मैने बादल से उसका अस्तित्व पूछा
वो फूट फूट बरस उठा
मैने उससे कहा तेरा ठिकाना है कहाँ
वो कुछ व्याकुल, काला हो चला
मैने पूछा तू किस दिशा से है आया
वो मुझ पर गरज उठा
मेरा मंन घबराया
मूँद के आँखें मैं बैठ गई
वो गरजता रहा बरसता रहा
आँख खुली तो उसे ना पाया
आकाश एकदम साफ था
सूरज की सुनहरी किरण को देख
मन मेरा मुस्कुरा उठा
सूरज बोला
बादल का है बस इतना सा अस्तित्व
तू यूह ना घबरा
गम तुम्हे धमकाएगे
पल पल सताएगे
तू हार कभी ना मान ना
चमकीले दिन भी ज़िंदगी मे आएगे||................
Swapnil W.
Cell.9320048179
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