2 line Sher on Ishq
गिर गिर के हममे उठाने वाले, तुझे न चाहू तो किया करू
ईशर मैने अब कर लिया है, तुझसे उमीदे, तुझसे प्यार करू
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तेरी मोहब्बत ही इबददात है मेरी, चाहत है तेरी सलामती
बर्कर कारहना उमीद मेरी, तू इश्क़ मेरा, तू मेरा जुनून है
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कोई गीला न कोई शिखवा रहा, न ज़ालिम यह ज़माना, न यार मेरे बेवफा
चमकीले रंग संग लाया है कुमार ए इश्क़, यह मंन तुझे दूवाए है दे रहा
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तेरी मोबब्बत के जो रंग है, रंगदे मुझे इस्कदर
कुध को भूल जायू मैं, इस दुनिया से हो जाउ बेख़बर
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वादा किया है, निभाना सनम
कसम तू यूह न, गवाना बलम
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तुम जो ज़िंदगी में आए हो, आसमान की रंगत बदल गयी
अब तो तुम्हे पाने की चाह है, मेरी तो फ़ितरत बदल गयी
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मेरी वफ़ा को नापना न कभी, मुझे भपना तुम यूह नही
मोहब्बत है यह मेरी, चोर सिपाही का यह कोई खेल नही
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उमीद तो यही करती हूँ मैं, तो वफ़ा हर पल करेगा
टूट गर जाउ जर मैं कभी तो दुआ तू करेगा
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सोचा न था यह दिन आएगा, इस आवारा दिल को तू भा जाएगा
नाचेगी धरती आमबर ज़ूम उठेगा, अंजान नगरी में सनम मिल जाएगा
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आहिस्ता आहिस्ता दिल में समा गये तुम
इश्क़ से इश्क़ करना सीखा गये तुम..............
Swapnil W.
Cell.9320048179
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